आहार क्रांति मिशन 2021| Aahaar Kranti Mission 2021 In Hindi
- हाल ही में केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने “आहार क्रांति”( Aahaar Kranti) नाम के एक नए मिशन की शुरुआत की है।
- “आहार क्रांति मिशन” का लक्ष्य पोषक संतुलित आहार की ज़रूरत और सभी स्थानीय फलों और सब्ज़ियों तक पहुंच कायम करने की ज़रूरत को समझना है।
- विज्ञान भारती तथा ग्लोबल इंडियन साइंटिस्ट एंड टैक्नोक्रैट्स फोरम (जीआईएसटी) ने मिलकर “उत्तम आहार-उत्तम विचार” के लक्ष्य को लेकर यह मिशन शुरू किया है ।
- “आहार क्रांति आंदोलन” का उद्देश्य भारत में हंगर और विभिन्न प्रकार की बीमारियों की समस्या का समाधान तलाशना है।
- गौरतलब है कि अध्ययनों में पाया गया है कि भारत उपभोग से दो गुना ज्यादा कैलोरी का उत्पादन करता है लेकिन फिर भी देश में बहुत से लोग अभी भी कुपोषित हैं। इस समस्या की जड़ सामान्यतया भारतीय समाज में पोषण के संबंध में जागरूकता का अभाव है।
- मौजूदा कोविड -19 महामारी के समय में पोषक संतुलित आहार की और भी ज्यादा ज़रूरत है। जबकि एक स्वस्थ शरीर ही ज्यादा रोग प्रतिरोधक क्षमता और उच्च सहनशक्ति से इस संक्रमण का मुकाबला कर सकता है।
- भारत में आयुर्वेद का अनूठा ज्ञान है । इसलिए जब आयुर्वेद आधारित पोषण के इस समृद्ध ज्ञान को अभ्यास में लाना ज़रूरी है। यह आंदोलन इस दिशा में भी कार्य करेगा।
- यह आंदोलन भारत में हंगर की विकराल समस्या का समाधान करने के लिए लोगों को अपने पारंपरिक भारतीय खानपान को सुधारने तथा स्थानीय फलों व सब्ज़ियों को अपने आहार में अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
- विज्ञान भारती और ग्लोबल साइंटिस्ट एंड टैक्नोक्रैट्स फोरम का लक्ष्य आहार क्रांति को पूरे विश्व के लिए एक मॉडल बनाना है ।
- संयुक्त राष्ट्र ने भी 2021 को “अंतरराष्ट्रीय फल एवं सब्ज़ी वर्ष” घोषित किया है जो “आहार क्रांति मिशन” के सर्वथा अनुरूप है। क्योंकि फल एवं सब्ज़ियां हमारे संतुलित आहार का एक बड़ा और अभिन्न हिस्सा हैं।
- संयुक्त राष्ट्र का ‘सतत विकास लक्ष्य- 3’ में “सभी के लिए और सभी उम्र के लोगों के लिए स्वस्थ जीवन और कल्याण सुनिश्चित’’ करने पर बल दिया गया है। इस प्रकार संयुक्त राष्ट्र का ‘सतत विकास लक्ष्य- 3’ भी भारत सरकार की आहार क्रांति को और सार्थक बनाता है।
यह मिशन एक साथ विभिन्न आयामों में काम करेगा। उद्देश्य के तौर पर यह बेहतर जागरूकता , बेहतर पोषण और बेहतर कृषि को प्रोत्साहित करेगा। इसका संदेश पाठ्यक्रम के तहत –“पोषण क्या और क्यों” के रूप में प्रसारित किया जाएगा या फिर खेल खेल में या निर्देश के तौर पर दिया जाएगा। और इसका कथ्य आनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह तथा हिंदी और अंग्रेज़ी के अलावा सभी स्वदेशी भाषाओं में मुहैया कराया जाएगा ताकि यह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे ।
हालांकि इस मिशन की शुरूआत विज्ञान भारती और ग्लोबल साइंटिस्ट एंड टैक्नोक्रैट्स फोरम ने की है लेकिन कई अन्य संस्थाओं ने भी उनसे हाथ मिलाया है और अपनी विशेषज्ञता तथा संसाधन मुहैया कराने की सहमति जताई है । केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाला सीएसआईआर का प्रवासी भारतीय एकैडेमिक एंड साइंटिफिक संपर्क (प्रभास) कई केंद्रीय और राज्य सरकारों के मंत्रालयों और एजेंसियों के साथ इस दिशा में काम कर रहा है । इस मिशन के आगे बढ़ने के बाद कई अन्य संगठन भी इससे जुड़ जाएंगे ।
प्रसारण मंच – आहार क्रांति की शुरूआत के कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग निम्नलिखित मंचों पर उपलब्ध होगी –
- इंडिया साइंस ओटीटी चैनल - www.indiascience.in
- इंडिया साइंस यू ट्यूब चैनल
- इंडिया साइंस मोबाइल एप (एंड्रॉयड, आईओएस,जियो फोन)
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