अन्ना केसेनहोफर की कहानी: गणित में पीएचडी से ओलंपिक 2021 साइकिलिंग चैंपियन बनने तक:
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Anna Kiesenhofer has a PhD in mathematics and is now an Olympic champion |
टोक्यो 2020 खेलों की ओलंपिक साइकिलिंग प्रतियोगिता के महिला साइकिल रोड वर्ग में ऑस्ट्रिया की Anna Kiesenhofer ने कई सितारों को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। मूसाशीनोमोरी पार्क में आयोजित हुई इस 137 किमी रेस में नीदरलैंड की Annemiek van Vleuten ने अच्छी शुरुआत करि लेकिन अंत में वह Anna Kiesenhofer से 1:15 के समय से पीछे रह गयी और उन्हें रजत से संतुष्ट होना पड़ा। कांस्य पदक इटली की Elisa Longo Borghini के नाम हुआ और उन्होंने रियो 2016 के बाद अपना दूसरा लगातार पदक जीता।
इस जीत की किसी भी विशेषज्ञ या खेल दर्शक ने कल्पना नहीं की होगी और रेस में खेल की भव्य अनिश्चितता का एक बहुत उम्दा उदाहरण देखने को मिला।
Anna Kiesenhofer of #AUT takes #gold in the #CyclingRoad women’s road race on her #Olympics debut!#StrongerTogether | @tokyo2020 | @UCI_cycling pic.twitter.com/abW1tiNM4m
— Olympics (@Olympics) July 25, 2021
Kiesenhofer started off with triathlon | केसेनहोफर ने ट्रायथलॉन से शुरुआत की
ऑस्ट्रियाई ने 2011 से 2013 तक ट्रायथलॉन में सक्रिय रूप से भाग लिया। लेकिन कष्टदायी घटना के लिए अत्यधिक सहनशक्ति की आवश्यकता होती है, जिसमें चोटें एक नियमित घटना होती हैं। ट्रायथलॉन को छोड़कर, किसनहोफर ने 2014 में अपना ध्यान साइकिल चलाने की ओर लगाया।
She who dares wins. What a performance from Austria’s @AnnaKiesenhofer. 👏
— Athlete365 (@Athlete365) July 25, 2021
She wins the Olympic Women’s Road Race from the break! 🚴♀️#Athlete365 #Tokyo2020 #StrongerTogether #Cycling @uci_cycling pic.twitter.com/2YLaGgQP1i
एना केसेनहोफ़र 2016 में एक कैटलन टीम में शामिल हुईं। उस वर्ष एक फ्रांसीसी प्रतियोगिता में उनकी शानदार दौड़ थी जिसने उन्हें रजत पदक जीता। उसने लोट्टो-सौडल लेडीज़ के साथ अपना पहला पेशेवर अनुबंध किया। लेकिन निराशाजनक परिणामों की एक कड़ी ने उन्हें अनुबंध रद्द करने और एक साल की छुट्टी लेने के लिए मजबूर किया।
इन्होनें 2019 में वापसी की। किज़नहोफ़र ने टाइम ट्रायल चैंपियनशिप जीती और वर्ल्ड चैंपियनशिप टाइम ट्रायल में 20 वें स्थान पर रही। इन प्रदर्शनों के बावजूद, वह एक और पेशेवर अनुबंध अर्जित नहीं कर सकी। टोक्यो में उसकी जीत के साथ, इसमें बदलाव होना तय है।
Kiesenhofer's stunning victory | केसेनहोफर की शानदार जीत
एक रणनीतिक कदम में, केसेनहोफर ने टोक्यो में पेलोटन से आगे का रास्ता तय किया। उसने एक स्थिर अंतर बनाए रखा, जिससे अन्य साइकिल चालकों को विश्वास हो गया कि वे सामने हैं। जैसे ही उसने फिनिश लाइन पार की, बाकी का मैदान अभी भी एक मिनट से अधिक दूर था। शानदार जीत का जश्न मनाते हुए ऑस्ट्रियाई खिलाड़ी खुशी से झूम उठे।
Anna Kiesenhofer has a PhD in mathematics and is now an Olympic champion 🥇
— SportsCenter (@SportsCenter) July 25, 2021
She's bringing home Austria's first gold medal in cycling since 1896 🤯 pic.twitter.com/1ltmqE3bjN
विश्व की 67 सबसे कुशल महिला साइकिल राइडरों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया और नीदरलैंड की डिफेंडिंग चैंपियन Anna van der Breggen पर सबकी नज़र थी। इस रेस से पहले कई विशेषज्ञों और दिग्गजों ने van der Breggen को स्वर्ण का सबसे मज़बूत दावेदार बताया था लेकिन इस रेस में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला। ग्रेट ब्रिटेन की Elizabeth Deignan के लिए यह रेस निराशाजनक रही और अंत में वह 11वां स्थान ही प्राप्त कर पायी।
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